(16 अक्टूबर 2020)
आशुतोष उपाध्याय
(1)
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
अन्न उपजाने में किसान का, है अभूतपूर्व योगदान.
उसका योगदान पहचान, देना होगा उसको सम्मान.
सही समय उचित मात्रा, अच्छी गुणवत्ता पर ध्यान.
सूचना तकनीकी प्रबंधन सदुपयोग, है इसका निदान.
हों खुशहाल किसान हमारे, यह अपनी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(2)
बाद अन्नोत्पादन के, उपभोक्ता तक पहुँच बढ़ाना है.
उचित प्रसंस्करण एवं भण्डारण पर, ध्यान लगाना है.
उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ा कर, बाज़ार तक पहुँचाना है.
उत्पाद का उचित दाम मिले, यह विश्वास दिलाना है.
किसानों की आय दुगनी हो, यह साझी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(3)
जनता द्वारा चयनित प्रतिनिधि, और पूरी सरकार.
अपनी जिम्मेदारी समझे, योजना बनाये करे विचार.
भोजन पानी उपलब्ध करवाना, सरकार का है फ़र्ज़.
कोई भी भूँखा न सोये, न ही किसान पर रहे क़र्ज़.
हों पर्याप्त खाद्यान्न, यह सरकार की जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(4)
मेहनत से उपजाया अन्न, हम यूँ ही बर्बाद करते हैं.
हम अनमोल खाद्यान्न की, कीमत नहीं समझते हैं.
थोडा खाते हैं और कुछ प्लेट में, व्यर्थ छोड़ आते हैं.
भोजन का करते अपमान, जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं.
भोजन का सम्मान करना, हम सबकी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(5)
स्वयं का पेट भर गया फिर भी, ख़त्म न हुई जिम्मेदारी.
सबको मिले दो वक़्त की रोटी, यह भी अपनी जिम्मेदारी.
भूँखा न रहे मेरे देश में कोई, यह आश्वस्त करना होगा.
मानवता के नाते सबके, खाने की व्यवस्था करना होगा.
हर गरीब पाये भोजन, समाज की भी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(6)
कृषि क्षेत्र में कई चुनौतियाँ, हमें इनका सामना करना होगा.
जैव विविधता बढ़ाना होगा, अनाज बर्बादी कम करना होगा.
कीट व्याधि बाढ़ सुखाड़ से, फसल को सुरक्षित करना होगा.
सुदूर संवेदन जैसी आधनिक तकनीकी, उपयोग करना होगा.
फसल सुधार व फसल सुरक्षा, हमारी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(7)
शहरीकरण, भूमंडलीकरण व आय वृद्धि से, हममें बदलाव आया है.
पहले रुक्षांशयुक्त खाते थे, अब शर्करा बसायुक्त भोजन अपनाया है.
घर का स्वादिष्ट खाना छोड़, खुद को रेस्टोरेंट की शरण में पाया है.
इसीलिये मोटापा, रक्तचाप, मधुमेह ने हमें, अपने फंदे में फँसाया है.
मोटापा, प्रदूषण, बीमारी रोकथाम, हमारी जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
(8)
अपने खाद्य पदार्थों में हमें, विविधता लानी चाहिए.
एवं सही समय पर हमें, संतुलित आहार लेना चाहिए.
बढ़ती आबादी को पोषणयुक्त, आहार मिलना चाहिए.
इस धरा पर कोई भी गरीब, भूँखा नहीं सोना चाहिए.
सब एक साथ मिलकर रहें, विकास की जिम्मेदारी है.
कोविड-19 महामारी है, यह विपदा हम पर भारी है.
इसका डटकर करना मुकाबला, हमारी जिम्मेदारी है.
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Devendra Upadhyaya
डॉ आशुतोष उपाध्याय द्वारा विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर तकनीकी प्रबंधन के समुचित प्रयोग द्वारा किसान के उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ा कर किसान की आय दोगुनी करने का प्रयास किया है इसके अतिरिक्त हम सभी का यह दायित्व है कि हमें भोजन व्यर्थ नहीं करना चाहिएआधुनिक तकनीकी के समुचित प्रयोग द्वारा फसल सुरक्षा, फसल सुधार द्वारा अन्न की बर्बादी रोकने का प्रयास करना चाहिए इस प्रकार डॉ उपाध्याय के प्रयास सराहनीय है और वह बधाई के पात्र हैं
डॉ आशुतोष उपाध्याय
आपने मेरे विचारों से सहमति जताई है और उत्साहवर्धन किया है. आपका हृदय से आभार एवं धन्यवाद
Bajrang Ayare
Nice article
Dr Ashutosh Upadhyaya
सराहना के लिए हृदय से आभार एवं धन्यवाद