लेजर लैंड लेवलर (Laser Land Leveler) को लेजर समतल भी कहा जाता है। कृषि क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ाने और भूमि की उर्वरता को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग अनिवार्य हो गया है। इनमें से एक महत्वपूर्ण उपकरण है “लेज़र लैंड लेवेल्लेर”। यह यंत्र किसानों को उनकी फसल की उपज को अधिकतम करने और जल प्रबंधन में सहायता प्रदान करता है।यह मशीन किसानों के लिए बेहद उपयोगी है। विशेषकर ऐसे किसानों के लिए जिनके खेत पूर्ण रूप से समतल नहीं है। उबड़-खाबड़ है। जिससे उन्हें फसल बोने, उवर्रक व पानी देने आदि कार्यों में काफी परेशानी होती है। ऐसे खेतों को खेती लायक बनाने का काम इस लेजर लैंड लेवलर मशीन की सहायता से किया जाता है। इस मशीन का काम भूमि को समतल बनाना है ताकि उस भूमि पर खेती करना आसान हो जाए। लेजर लैंड लेवलर से खेत को समतल बनाया जाता है। इससे फायदा यह होता है कि खेत में खड़ी फसल पर समान रूप से सिंचाई होती है जिससे पानी की बचत होती है। इसके साथ ही खाद और ईंधन की भी बचत होती है।
लेजर लैंड लेवलर की विशेषताएं :
लेजर लैंड लेवलर एक विशेष प्रकार का कृषि यंत्र है। इसे ड्राइवर के माध्यम से ट्रैक्टर को ऊंचाई की तरफ से ढाल की दिशा में चलाया जाता है। इसका मुख्य काम खेतों की मिट्टी को समतल करना है। लेजर लैंड लेवलर की सहायता से निर्माण स्थल, सडक़, और ड्रेनज को समतल किया जा सकता है। इस यंत्र का उपयोग करने से कई फायदे होते हैं। सबसे पहले, यह जल निकासी और सिंचाई के लिए भूमि को समतल करता है, जिससे पानी सही तरीके से फसलों तक पहुँचता है। इसके परिणामस्वरूप, जल की बर्बादी कम होती है और फसलों की वृद्धि में सुधार होता है। इसके अलावा, समतल भूमि पर मशीनों का उपयोग करना भी आसान होता है, जिससे फसल की खेती में समय और मेहनत की बचत होती है।लेज़र लैंड लेवेल्लेर के उपयोग से उत्पादन में वृद्धि होती है। किसान अब एक ही समय में कई प्रकार की फसलें उगा सकते हैं, जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी होती है। इसके साथ ही, यह यंत्र पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि यह जल का कुशल उपयोग करता है और मिट्टी के कटाव को रोकता है। इस यंत्र का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह समय और लागत दोनों की बचत करता है। पारंपरिक तरीकों की तुलना में, लेज़र लैंड लेवेल्लेर से काम करने में कम समय लगता है और कार्य की सटीकता भी अधिक होती है।
लेजर लैंड लेवलर के काम करने के सिधांत :
यह एक लेज़र तकनीक पर आधारित यंत्र है, जिसमें एक लेज़र जनरेटर और रिसीवर होता है। लेज़र जनरेटर एक निश्चित ऊंचाई पर एक लेज़र बीम का उत्सर्जन करता है, जो भूमि की सतह पर निर्देशित होता है। रिसीवर इस बीम को पकड़कर यंत्र को बताता है कि भूमि कहाँ ऊँची है और कहाँ नीची। इस जानकारी के आधार पर, यंत्र में लगे हल या अन्य उपकरणों के माध्यम से मिट्टी को समतल किया जाता है।लेजर ट्रांसमीटर लेजर बीम को भेजता है जिसे लेजर रिसीवर (जो लेवलिंग बकेट पर लगा हुआ होता है) के द्वारा पकड़ लिया जाता है। ट्रैक्टर पर लगे कंट्रोल पैनल द्वारा रिसीवर के सिग्नल का विवेचन किया जाता है तथा हाइड्रोलिक नियंत्रण वाला वॉल्व को खोलता एवं बंद करता है, जो खोल को ऊपर या नीचे करता है। लेजर ट्रांसमीटर लेजर किरणों जो कि समतल बकेट पर लगे लेजर रिसीवर द्वारा रोका जाता है। रिसीवर से प्राप्त होने वाले सिग्रल को ट्रैक्टर पर लगी कंट्रोल पैनल ग्रहण कर हाइड्रोलिक कंट्रोल बाल्व को खोलती एवं बंद करती है। जिससे बकेट को आवश्यकतानुसार ऊपर उठाया व गिराया जा सकता है।कुछ लेजर ट्रांसमीटर 0.01 से 15 प्रतिशत वर्गीकृत ढाल पर काम करने की क्षमता से युक्त होते हैं तथा भूमि पर दोहरे नियंत्रण ढाल बनाने के लिए प्रयुक्त होते हैं। नियंत्रण खोल ट्रैक्टर के 3-पॉइंट पर लगाकर अथवा ट्रैक्टर के ड्रॉ बार से खींचा जा सकता है। खोल के आयाम, पहियों की संख्या और क्षमता, शक्ति स्रोत तथा क्षेत्र की परिस्थिति के अनुसार कम या अधिक हो सकती है। लेजर लैंड लेवलर को चलाने के लिए 45 से 60 हॉर्स पॉवर तक के ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। सामान्यतः एक एकड़ भूमि को समतल बनाने के लिए लगभग दो से ढाई घंटे का समय लगता है। यदि भूमि काफी ऊबड़-खाबड़ है तो इससे अधिक समय भी लग जाता है।
लेज़र लैंड लेवलर बनावट :
लेज़र लैंड लेवलर के विभिन्न भाग और उनके उपयोग निम्नलिखित हैं:
कार्य: यह यंत्र लेज़र बीम उत्पन्न करता है जो भूमि समतल करने के लिए संदर्भ स्तर प्रदान करता है। इसे खेत के किनारे या ट्रैक्टर के ऊपर रखा जाता है।
उपयोग: यह उच्च सटीकता से भूमि के ऊंचाई अंतर को मापता है और इसे समतल करने में सहायता करता है।
कार्य: यह यंत्र लेज़र ट्रांसमीटर से निकलने वाली लेज़र बीम को पकड़ता है।
उपयोग: रिसीवर ट्रैक्टर के ब्लेड के साथ लगा होता है और ऊंचाई के अनुसार ब्लेड की स्थिति को नियंत्रित करता है।
कार्य: कंट्रोल बॉक्स रिसीवर से संकेत प्राप्त करता है और ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम को नियंत्रित करता है।
उपयोग: यह ब्लेड को ऊपर-नीचे करने का निर्देश देता है ताकि भूमि को समान रूप से समतल किया जा सके।
कार्य: यह सिस्टम ब्लेड की ऊंचाई को नियंत्रित करता है।
उपयोग: रिसीवर से मिले संकेत के आधार पर यह सिस्टम ब्लेड को उठाता या गिराता है, जिससे जमीन समतल होती है।
कार्य: ब्लेड वह हिस्सा है जो सीधे जमीन को काटता और समतल करता है।
उपयोग: इसे हाइड्रोलिक सिस्टम द्वारा संचालित किया जाता है और यह मिट्टी को उठाने या हटाने का कार्य करता है।
कार्य: मास्ट रिसीवर को ऊँचाई पर रखता है ताकि यह लेज़र ट्रांसमीटर से सिग्नल प्राप्त कर सके।
उपयोग: ट्रैक्टर पर रिसीवर को ऊंचाई पर रखने में मदद करता है ताकि लेज़र सिग्नल बाधित न हो।
कार्य: ट्रैक्टर समतल करने वाली मशीनरी का मुख्य वाहन होता है।
उपयोग: ट्रैक्टर लेवलर को खींचता है और हाइड्रोलिक सिस्टम द्वारा ब्लेड को नियंत्रित करता है।
लेजर लैंड लेवलर मशीन के लाभ:
लेजर लेवलर द्वारा भूमि समतल करने से पानी का अधिकतम उपयोग होता है और 30-40 प्रतिशत तक पानी की बचत कर देता है।
पैदावार में लगभग 15 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होती है |
पूरे खेत में पानी का समान वितरण व निकास की व्यवस्था सही तरीके से हो जाती है।
जल संसाधनों का आसानी से कुशल उपयोग कर सकते है।
सभी तरफ से खेत समतल होने से बुवाई का काम सरलता व तेजी से किया जा सकता है।
समतल खेत में बीजों का जमाव अच्छा होता है जिससे फसल अच्छी होती है।
पोषक तत्वों व उरर्वक को एक समान खेत में दिया जा सकता है।
निराई-गुड़ाई के काम में कम समय लगता है जिससे लागत को कम किया जा सकता है।
लेजर लेवलर मूल्य और सब्सिडी:
सामान्यतः लेजर लैंड लेवलर की कीमत 3,50,000 रुपये से शुरू होती है। सरकार द्वारा इस कृषि यंत्र पर सब्सिडी दिये जाने का भी प्रावधान है। राज्यों द्वारा समय-समय पर किसानों के लिए राज्यों द्वारा लेजर लैंड लेवलर पर सब्सिडी दी जाती है। आमतौर पर लघु/सीमांत व महिला किसानों को 50 प्रतिशत तक व बड़े किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है।
निष्कर्ष :
लेज़र लैंड लेवलर आधुनिक कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो खेतों को सटीक और कुशल तरीके से समतल करता है। इसका उपयोग जल संरक्षण, उत्पादन बढ़ाने और श्रम व समय की बचत के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। यह तकनीक किसानों को बेहतर फसल उगाने और संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने में मदद करती है, जिससे कृषि कार्यों में नवाचार और दक्षता बढ़ती है।लेज़र लैंड लेवेल्लेर आधुनिक कृषि में एक अनिवार्य उपकरण बन चुका है, जो किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और कृषि उत्पादन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके उपयोग से भारतीय कृषि में नवाचार और तकनीकी विकास की एक नई दिशा देखने को मिल रही है।